सत्तार खान देवास, 9754744455
स्कूल अतिथि शिक्षक कर रहे आन्दोलन की तैयारी 20 फरवरी 2023 तक भविष्य सुरक्षित नहीं करती है सरकार तो परिवार सहित डेरा डालेंगे राजधानी भोपाल में।
प्रदेश मिडिया प्रभारी राकेश खंडेलवाल-अतिथि शिक्षक कर रहे हैं प्रदेश लेवल पर आंदोलन की तैयारी 13 फरवरी 2023 को प्रदेश मह संगठन के आवाहन पर मध्यप्रदेश के समस्त 52 जिलों में मुख्यमंत्री जी को 2023 का अंतिम अल्टीमेटम ज्ञापन दिया गया यदि मध्य प्रदेश सरकार 20 फरवरी 2023 तक अतिथि शिक्षकों के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाती है तो मध्य प्रदेश के समस्त अतिथि शिक्षक अपने बीवी बच्चों परिवार सहित राजधानी भोपाल में घेरा डालो डेरा डालो का काम करेंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश खंडेलवाल द्वारा बताया गया कि विगत 15 वर्षों से अतिथि शिक्षक अल्प मानदेय पर कार्य कर रहे हैं सरकार से कई बार आवेदन निवेदन किया गया ध्यानाकर्षण के लिए भोपाल में जिला स्तर ब्लॉक स्तर पर जल सत्याग्रह तिरंगा यात्रा पैदल मार्च चक्का जाम अर्धनग्न भूख हड़ताल ऐसे कई बड़े आंदोलन किए है किंतु मध्य प्रदेश सरकार ने अभी तक हमारे अतिथि शिक्षक साथियों के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाई इसलिए मध्य प्रदेश के समस्त अतिथि शिक्षक संघ एकजुट होकर आजाद स्कूल समन्यव सयुंक्त अतिथि शिक्षक महासंघ द्वारा मध्य प्रदेश की राजधानी में पुनः एक बार एकत्रित होकर सरकार का विरोध प्रदर्शन करेंगे मध्य प्रदेश के समस्त मंत्री विधायक ध्यान देवे हमने वोट आपको दिए हे और अब यदि वोट अपने अपने क्षेत्र में आपको लेना है तो 2023 विधानसभा बजट सत्र में अतिथि शिक्षकों के लिए नियमितीकरण के लिए पूर्वजोरो से बात उठाएं और हमारा भविष्य सुरक्षित करवाए अन्यथा आप लोग ध्यान रखें हर एक विधानसभा क्षेत्र में 700-800 अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं जो बखूबी 2023 विधानसभा चुनाव में परिणाम बदलने की ताकत रखते हैं हर जगह अपने प्रत्याशियों को देखकर ही वोट दिया जाता है इस बार हम उन्हें ही वोट करेंगे जो हमारा भविष्य सुरक्षित करवाएगा एक तरफ बीजेपी सरकार सबका साथ सबका विकास की बात करती है वही दूसरी तरफ विगत 15 वर्षों से शोषित अतिथि शिक्षकों को पांच हजार ₹7000 मानदेय देकर तिहाड़ी मजदूरी से भी कम वेतन दे कर काम करा रही हैं इधर देखे तो उनके मंत्रियों विधायकों की सैलरी डेढ़ लाख दो लाख से ऊपर दे रही हैं जब अतिथि शिक्षकों की बात आती है तो आर्थिक बोझ का हवाला देते हैं यदि मध्यप्रदेश में मजदूरों से भी कम वेतन मिलता है तो गरीब शोषित अतिथि शिक्षकों को मिलता है प्रदेश के मुखिया श्री शिवराज सिंह चौहान जी से आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ द्वारा सैकड़ों आवेदन उनसे मुलाकात के लिए मंत्रालय में विधायकों को मंत्रियों को पत्र लिखे गए परंतु एक बार भी मुलाकात के लिए समय नहीं दिया गया ताकि वार्तालाप से हल निकल सके सत्ता के मदहोश में माननीय शिवराज सिंह चौहान जी हिटलर नीति अपना रहे हैं न किसी संघ के कार्यकर्ता की बात न बीजेपी कार्यकर्ता और न ही मंत्री विधायकों के पत्रों का जवाब दिया और न ही उनके माध्यम से भी एक बार भी मुलाकात करना उचित नहीं समझा यदि मध्य प्रदेश सरकार हमारे लिए अन्य राज्यों की तरह ठोस नीति बनाकर हमारा भविष्य सुरक्षित नहीं करती है तो मध्य प्रदेश के समस्त बीजेपी कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष महोदय महासचिव महामंत्री विधायक एवं सभी मंत्रियों को अवगत कराया जाता है अतिथि शिक्षकों को 2023 विधानसभा चुनाव में अन्य दूसरा विकल्प चुनना पड़ेगा जिसकी समस्त जवाबदारी मध्य प्रदेश के मुखिया श्री शिवराज सिंह चौहान एवं मंत्री विधायकों प्रदेश अध्यक्ष महोदय की रहेगी।