हरणगांव से कुसमानिया तक 50 से अधिक गांव में सिंचाई के लिए नहीं है पर्याप्त पानी
सत्तार खान सैयद देवास,9754744455
भारतीय किसान संघ के बैनर तले हुआ बैठक का आयोजन
2 जनवरी से होगा किसान महा आंदोलन
देवास जिले के अंतिम छोर पर बसे आदिवासी बाहुल्य गांव की योजनाओं से अभी तक वंचित हैं हरणगांव से लेकर कुसमानिया तक करीब 50 गांव से अधिक किसानों के खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं है अब सिंचाई के पानी के लिए आवाज उठने लगी है
विगत 10 वर्षों से क्षेत्र के किसान डैम या अन्य जलाशय की राह तकते किसानों को लंबा समय हो गया है किसानों की मांग है कि डैम तालाब या नर्मदा लिंक परियोजना से खेतों को पानी मिलना चाहिए भारतीय किसान संघ के बैनर तले सिंचाई के स्थाई जल स्रोत उपलब्ध कराने के लिए आवाज उठाई जा रही है कुसमानिया क्षेत्र में लगातार गांव गांव जाकर किसान अब बैठक कर रहे हैं किसानों का कहना है कि क्षेत्र में जल स्तर इतना नीचे चला गया है कि खेतों में 600 फीट से अधिक गहराई तक नलकूप खनन कराने पर भी पानी नहीं निकल रहा है सिंचाई के अभाव में गेहूं चने की फसल प्रभावित हो रही है। विकास की बात करने वाले जनप्रतिनिधि गांव में आते भी हैं तो आश्वासन देकर चले जाते हैं। बैठक में हुई चर्चा के अनुसार समस्या हल नहीं हुई तो करेंगे चुनाव का बहिष्कार अगर चुनाव से पूर्व सिंचाई से वंचित गांव की सुध नहीं ली गई तो किसान चुनाव बहिष्कार का मन बना चुके हैं लगातार कई बार क्षेत्रीय विधायक आशीष शर्मा तत्कालीन सांसद सुषमा स्वराज वर्तमान सांसद रमाकांत भार्गव मुख्यमंत्री तक भोपाल तक इस विषय को कई बार अवगत करा चुके हैं अगर वाकई यदि सरकार विकास करना चाहती है तो क्षेत्रों में सबसे पहले किसानों की सिंचाई के लिए स्थाई समाधान करने होंगे। अब भारतीय किसान संघ के बैनर तले 2 जनवरी से अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन किया जाएगा इसमें क्षेत्र के सिंचाई से वंचित गांव के किसान भी शामिल होंगे